'बेसन हलाल या गैर-हलाल कैसे हो सकता है’, सुप्रीम कोर्ट में हुई गरमा-गरम बहस
तुषार मेहता ने कहा कि हलाल प्रमाणित करने वाली एजेंसियां शुल्क ले रही हैं और इस प्रक्रिया में एकत्र की गई कुल राशि लाखों करोड़ हो सकती है। उन्होंने कहा कि आटा और बेसन को भी हलाल प्रमाणित किया जाता है।
from Latest India News, India News In Hindi, National News in Hindi (देश न्यूज़) - इंडिया न्यूज़, भारत की ताज़ा खबरें https://ift.tt/5KEa0Jl
from Latest India News, India News In Hindi, National News in Hindi (देश न्यूज़) - इंडिया न्यूज़, भारत की ताज़ा खबरें https://ift.tt/5KEa0Jl
Comments
Post a Comment