नया दौर और कन्फ्यूजन की परंपरा
मैं परंपराओं को लेकर हमेशा कन्फ्यूज्ड रहा हूं। नामवर सिंह बडे़ विद्वान लेखक थे, लेकिन वह भी दूसरी परंपरा की खोज लिखकर रुक गए। वह जीवन भर व्यस्त रहे, इसलिए शायद उन्हें तीसरी-चौथी आदि परंपराओं के...
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